मेष लग्न की कुंडली में गुरु का द्वितीय भाव (धन भाव) में स्थित होना
मेष लग्न की कुंडली में गुरु का द्वितीय भाव (धन भाव) में स्थित होना ज्योतिष में एक शुभ स्थिति मानी जाती है। गुरु धन, ज्ञान, धर्म और परिवार का कारक […]
मेष लग्न की कुंडली में गुरु का प्रथम भाव (लग्न भाव) में स्थित होना
मेष लग्न की कुंडली में गुरु का प्रथम भाव (लग्न भाव) में स्थित होना एक शुभ योग माने जाते हैं। गुरु (बृहस्पति) ज्ञान, धर्म, शिक्षा, धन, और शुभता के कारक […]
मेष लग्न में मंगल का बारहवें भाव (12th Bhav) में स्थित होना
मेष लग्न में मंगल का बारहवें भाव (12th Bhav) में स्थित होना एक गहरी और विशिष्ट प्रभाव डालने वाली स्थिति है, क्योंकि बारहवां भाव आत्मा, गुप्त स्थान, आयात-निर्यात, मानसिक शांति, […]
मेष लग्न में मंगल का ग्यारहवें भाव (11th Bhav) में स्थित होना
मेष लग्न में मंगल का ग्यारहवें भाव (11th Bhav) में स्थित होना व्यक्ति के लिए बहुत ही लाभकारी और सकारात्मक प्रभाव देता है। ग्यारहवां भाव समाजिक संबंध, दोस्ती, लाभ, इच्छाएं, […]
मेष लग्न में मंगल का दशम भाव (10th Bhav) में स्थित होना
मेष लग्न में मंगल का दशम भाव (10th Bhav) में स्थित होना व्यक्ति के करियर, समाज में स्थिति, और पेशेवर जीवन में उत्कृष्टता और सफलता की दिशा में एक अत्यंत […]
मेष लग्न में मंगल का नौवें भाव में स्थित होना
मेष लग्न में मंगल का नौवें भाव में स्थित होना व्यक्ति के जीवन में साहस, यात्रा, धर्म, और उच्च शिक्षा के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। नौवां भाव भाग्य, […]